दिल्ली सरकार ने अपने सरकारी और नगर निगम के स्कूलों में 5,346 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों (टीजीटी) की नियुक्ति की घोषणा की है। इस कदम का उद्देश्य कक्षाओं में शिक्षकों की कमी को दूर करना, शिक्षण व्यवस्था को सशक्त बनाना और छात्रों को व्यक्तिगत ध्यान व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि यह नियुक्तियाँ दिल्ली के बच्चों को बेहतर भविष्य देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि “हमारा लक्ष्य है कि हर बच्चा अपनी पूरी क्षमता को पहचान सके और उसे साकार कर सके। इसके लिए हर कक्षा में पर्याप्त शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है।”
शिक्षा निदेशालय (DoE) के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 70,000 से अधिक शिक्षक 18 लाख से अधिक छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं। हालाँकि, पिछले कुछ वर्षों से बढ़ती छात्र संख्या और शिक्षकों की सेवानिवृत्ति के कारण कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी महसूस की जा रही थी।
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सरकार का मानना है कि नए शिक्षकों की नियुक्ति से न केवल कक्षाओं का बोझ कम होगा बल्कि प्रत्येक छात्र को व्यक्तिगत मार्गदर्शन भी मिल सकेगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। इस कदम को दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने और सरकारी स्कूलों को देश में आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।
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