उत्तर भारत की सबसे महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं में से एक दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा ट्रायल रन के लिए खोल दिया गया है। यह कदम इसके पूर्ण संचालन की दिशा में एक बड़ा पड़ाव माना जा रहा है। 210 किलोमीटर लंबा यह हाई-स्पीड कॉरिडोर दिल्ली से देहरादून की यात्रा का समय 6-6.5 घंटे से घटाकर मात्र 2-2.5 घंटे कर देगा, जिससे दिल्ली, पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड के बीच कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा।
अधिकारियों के अनुसार लगभग 32 किलोमीटर लंबा हिस्सा दिसंबर के अंत से जनवरी की शुरुआत के बीच उद्घाटन के लिए तैयार है। हालांकि आधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन दिल्ली के गीता कॉलोनी, सीलमपुर और शाहदरा क्षेत्रों के कुछ हिस्सों को ट्रायल उपयोग के लिए खोल दिया गया है। शाहदरा और नॉर्थईस्ट दिल्ली में बैरियर हटा दिए गए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि एक्सप्रेसवे जल्द ही आम जनता के लिए शुरू हो सकता है।
The Indian Witness से बात करते हुए एक यात्री रोहित कुमार ने कहा, “हम इसका लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। अब अपने घर जाना आसान हो गया है। पहले शुक्रवार शाम घर जाता था और रविवार रात लौटता था। अब यह और तेज हो जाएगा।”
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छह लेन वाले एक्सप्रेसवे पर अंतिम टच-अप चल रहा है, साथ ही भविष्य में इसे आठ लेन तक बढ़ाने का प्रावधान भी शामिल है। NH-709B पर यात्रा को सुगम और निर्बाध बनाने के लिए इसमें कई इंटरचेंज, सर्विस लेन, अंडरपास और ओवरब्रिज बनाए गए हैं।
यह कॉरिडोर दिल्ली के अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से शुरू होकर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जुड़ता है और फिर बागपत, शामली, सहारनपुर से होता हुआ देहरादून में समाप्त होता है। चार चरणों में बन रही इस परियोजना का अंतिम चरण—देहरादून के पास पहाड़ी क्षेत्रों में टनल और एलिवेटेड संरचनाओं का—अंतिम चरण में है।
सूत्रों के अनुसार, एक्सप्रेसवे फरवरी 2026 तक पूरी तरह चालू हो जाएगा और सरकार ने निर्देश दिया है कि चारों चरण पूरे होने के बाद ही इसका औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा।
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