दिल्ली और गाजियाबाद में अपनी शाखाओं वाला सैफायर इंटरनेशनल स्कूल छात्रों के लिए शिक्षा में नई तकनीक का प्रयोग कर रहा है। स्कूल ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग कर छात्रों को उनके भविष्य के पेशों में देखने का अनुभव प्रदान किया।
एक वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे AI तकनीक छात्रों को उनके भविष्य के रूप में अंतरिक्ष यात्री, डॉक्टर, इंजीनियर और अन्य पेशों में प्रस्तुत करती है। जैसे ही छात्र स्क्रीन पर अपने भविष्य के संस्करण को देखते हैं, उनकी आँखों में विस्मय और खुशी झलकती है।
वीडियो में छात्रों की प्रतिक्रियाएं बेहद उत्साहित और जिज्ञासु हैं। कई छात्र अपने आप को अंतरिक्ष में घूमते, अस्पताल में मरीजों की देखभाल करते और इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स पर काम करते हुए देख कर चकित और खुश नजर आ रहे हैं।
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सोशल मीडिया पर यह क्लिप वायरल हो गई है, और उपयोगकर्ता इस अभिनव शैक्षिक दृष्टिकोण की प्रशंसा कर रहे हैं। लोग इसे शिक्षा और तकनीक के संगम का एक अद्भुत उदाहरण मान रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे प्रयोग छात्रों में करियर के प्रति प्रेरणा, रचनात्मक सोच और आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं।
सैफायर इंटरनेशनल स्कूल के इस प्रयास से यह साबित होता है कि AI सिर्फ तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा में बच्चों के अनुभव को और अधिक रोचक और प्रेरक बनाने का एक शक्तिशाली माध्यम बन सकता है।
शिक्षकों का कहना है कि भविष्य में इस तरह के इमर्सिव AI प्रयोगों से छात्रों को अपने कौशल और संभावित करियर विकल्पों को समझने में मदद मिलेगी।
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