धर्मस्थल दफन मामले में विशेष जांच दल (SIT) की मध्यवर्ती रिपोर्ट प्रस्तुत करने की संभावना फिलहाल कम दिखाई दे रही है। मामले की जांच लंबे समय से चल रही है, लेकिन अब तक जांच दल ने अपने निष्कर्ष या आंशिक रिपोर्ट साझा नहीं की है।
सूत्रों के अनुसार, जांच दल को घटनास्थल से जुड़े कई पहलुओं और साक्ष्यों की गहन समीक्षा करनी है, जिससे रिपोर्ट तैयार होने में समय लग रहा है। जांच के दायरे में शामिल कई सबूतों और गवाहों की गहन पड़ताल के कारण SIT को अभी तक कोई औपचारिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं पड़ी।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेसेवारा आगामी 18 अगस्त को विधानसभा में इस मामले की वर्तमान स्थिति पर बयान देंगे। गृह मंत्री की इस घोषणा से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार जनता और विधायकों को जांच की प्रगति के बारे में सूचित करने के लिए गंभीर है।
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मामले के आसपास कई सामाजिक और राजनीतिक संवेदनशीलताएं हैं, जिससे SIT अपनी रिपोर्ट में सभी पहलुओं को ध्यानपूर्वक शामिल करने पर जोर दे रही है। अधिकारियों का कहना है कि जांच दल ने अब तक कई गवाहों के बयान दर्ज किए हैं और घटनास्थल से जुटाई गई जानकारी का विश्लेषण कर रही है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, SIT की अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही न्यायिक और प्रशासनिक कार्रवाई की दिशा स्पष्ट होगी। इस बीच, गृह मंत्री के विधानसभा में बयान से विधायकों और जनता को जांच की प्रगति और संभावित कार्रवाई की जानकारी मिलेगी।
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