भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने खुलासा किया है कि पिछले कुछ समय में उसने विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ लगभग 5,000 बैठकें आयोजित की हैं। इन बैठकों का उद्देश्य राजनीतिक दलों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहाँ वे सीधे चुनाव आयोग के साथ संवाद कर सकें, अपने सुझाव दे सकें और चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी चिंताओं को सामने रख सकें।
चुनाव आयोग के अनुसार, यह पहल लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन संरचित बैठकों के माध्यम से आयोग ने पारदर्शिता बढ़ाने, निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने और प्रक्रियाओं को और प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक जानकारियाँ एकत्र की हैं।
आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों से मिलने वाले सुझावों का उपयोग आचार संहिता, तकनीकी सुधार, मतदाता सूची के अद्यतन, और चुनावी पारदर्शिता जैसे क्षेत्रों में सुधार करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, इन संवादों से राजनीतिक दलों के बीच चुनाव आयोग के कार्यों के प्रति विश्वास और सहयोग की भावना भी बढ़ी है।
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चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि इस तरह की बैठकें नियमित अंतराल पर जारी रहेंगी, ताकि सभी प्रमुख दलों को समान अवसर मिल सके और वे चुनावी व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने में भागीदार बन सकें।
विशेषज्ञों का मानना है कि आयोग की यह पहल भारतीय लोकतंत्र को और अधिक सहभागी, पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में मददगार सिद्ध होगी।
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