प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फ्रंट-रनिंग मामले में कार्रवाई करते हुए एक्सिस म्यूचुअल फंड के पूर्व फंड मैनेजर को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत चल रही जांच के सिलसिले में की गई है।
फ्रंट-रनिंग एक अवैध वित्तीय गतिविधि है, जिसमें फंड मैनेजर या ब्रोकर अपने ग्राहकों के ऑर्डर की जानकारी का दुरुपयोग करते हुए पहले से ही उसी दिशा में लेन-देन करता है ताकि व्यक्तिगत लाभ कमा सके।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग ने इस मामले में 2022 में तलाशी अभियान चलाया था और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज एवं डिजिटल साक्ष्य जब्त किए थे। इन सबूतों के आधार पर ED ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
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जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी फंड मैनेजर ने अपने पद का दुरुपयोग कर विदेशी खातों में संदिग्ध लेन-देन किए। ED अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि इन लेन-देन का उपयोग धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) या किसी अन्य वित्तीय अनियमितता में तो नहीं हुआ।
एजेंसी ने आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है। इस मामले में ED अन्य संबंधित लोगों से भी पूछताछ कर सकती है और आवश्यक होने पर अतिरिक्त गिरफ्तारियां भी संभव हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग में पारदर्शिता और निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
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