कर्नाटक के दावणगेरे में भाजपा विधायक बी.पी. हरीश के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। उन पर दावणगेरे की पुलिस अधीक्षक (एसपी) उमा प्रशांत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। यह मामला तब सामने आया जब विधायक के बयान को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत में कहा गया है कि विधायक ने एसपी के बारे में अनुचित और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, जिससे न केवल व्यक्तिगत गरिमा को ठेस पहुँची बल्कि पुलिस विभाग की छवि भी धूमिल हुई।
यह मामला के.टी.जे. नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। अधिकारियों के अनुसार, शिकायत सीधे एसपी उमा प्रशांत द्वारा दी गई थी, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई। विधायक पर आरोप है कि उन्होंने सार्वजनिक मंच पर एसपी की तुलना "कुत्ते की तरह इंतज़ार करने" से की थी। इस बयान ने पुलिस विभाग और प्रशासनिक हलकों में कड़ी नाराज़गी पैदा की।
राजनीतिक हलकों में भी इस घटना ने हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की महिला अधिकारियों और प्रशासनिक तंत्र के प्रति असम्मानजनक रवैये का उदाहरण बताया है। साथ ही, उन्होंने मांग की है कि विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
और पढ़ें: पुलिस स्टेशन में गोलीबारी मामले में पूर्व भाजपा विधायक को जमानत देने से बॉम्बे हाईकोर्ट का इंकार
हालांकि, विधायक बी.पी. हरीश ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है और सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला इस ओर इशारा करता है कि सार्वजनिक जीवन में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों से शिष्टाचार और संवेदनशीलता की अपेक्षा की जाती है, खासकर जब बात महिला अधिकारियों के सम्मान की हो।
और पढ़ें: झारखंड के पूर्व मंत्री पर बॉडीगार्ड्स को थप्पड़ मारने और जातिसूचक गालियां देने का आरोप, FIR दर्ज