सोने के दामों में तेज़ी जारी है और यह नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। मंगलवार को सोने की कीमत ₹400 बढ़कर ₹1.06 लाख प्रति 10 ग्राम हो गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये की कमजोरी और वैश्विक व्यापार शुल्क (टैरिफ) को लेकर अनिश्चितताओं के कारण निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ा है।
विदेशी मुद्रा बाज़ार में रुपये की लगातार गिरावट के चलते आयातित कीमती धातुओं की कीमतों में इजाफा हो रहा है। चूंकि भारत सोने और चांदी का बड़ा आयातक है, इसलिए रुपये के कमजोर होने से घरेलू बाजार में कीमतें और बढ़ जाती हैं।
चांदी के भाव में भी तेजी देखने को मिली और यह ₹100 बढ़कर ₹1,26,100 प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। विश्लेषकों के मुताबिक, निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने और चांदी की ओर रुख किया है।
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। अमेरिका और अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में व्यापारिक तनाव और डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव के कारण कीमती धातुओं की मांग मजबूत बनी हुई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि रुपये में गिरावट जारी रहती है और वैश्विक स्तर पर व्यापार शुल्क संबंधी अनिश्चितता बनी रहती है, तो आने वाले दिनों में सोने और चांदी के दाम और बढ़ सकते हैं।
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