रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने सिंह ने कहा है कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) अगले महीने भारतीय वायुसेना को दो तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान सौंपेगा। यह तेजस के उन्नत संस्करण की पहली डिलीवरी होगी, जो स्वदेशी तकनीक और आधुनिक एवियोनिक्स से लैस है।
सिंह ने यह भी बताया कि सरकार एचएएल के साथ 97 अतिरिक्त तेजस विमानों की खरीद के लिए एक नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रही है। यह सौदा तेजस परियोजना को बड़ा प्रोत्साहन देगा और भारतीय वायुसेना की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा।
तेजस मार्क-1ए विमानों में बेहतर रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम और हवा से हवा में मार करने की उन्नत क्षमताएं शामिल हैं। ये विमान न केवल भारतीय वायुसेना की जरूरतें पूरी करेंगे, बल्कि भविष्य में संभावित निर्यात अवसर भी प्रदान करेंगे।
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रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस डिलीवरी से ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों को मजबूती मिलेगी। इस परियोजना से एचएएल की उत्पादन क्षमता और तेजस कार्यक्रम की समयबद्धता पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
सरकार का लक्ष्य भारतीय वायुसेना के बेड़े को अधिक आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाना है। अतिरिक्त 97 विमानों का अनुबंध तेजस को भारतीय रक्षा उत्पादन का मुख्य आधार बना सकता है।
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