भारतीय वायुसेना प्रमुख ने एक बयान में बताया कि "ऑपरेशन सिंदूर" के दौरान भारतीय वायुसेना ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए पाकिस्तान वायुसेना के पांच लड़ाकू विमानों और एक अन्य एयरक्राफ्ट को मार गिराया। इस कार्रवाई में अत्यंत कम collateral damage हुआ और किसी भी नागरिक को गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा।
वायुसेना प्रमुख के अनुसार, यह ऑपरेशन सावधानीपूर्वक योजना और सटीक रणनीति के साथ संचालित किया गया। मिशन के दौरान अत्याधुनिक तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल किया गया, जिससे लक्ष्य को बेहद सटीकता के साथ भेदा जा सका। उन्होंने कहा कि वायुसेना के पायलटों ने उच्च स्तर की पेशेवर क्षमता और साहस का प्रदर्शन किया, जो देश की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की आक्रामक गतिविधियों और हवाई खतरों को निष्क्रिय करना था। ऑपरेशन के दौरान अंतरराष्ट्रीय मानकों और युद्ध के नियमों का पालन किया गया, जिससे न्यूनतम नुकसान सुनिश्चित हो सका।
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वायुसेना प्रमुख ने इस उपलब्धि का श्रेय पूरी टीम को देते हुए कहा कि यह सफलता न केवल भारतीय वायुसेना की सामरिक क्षमता का प्रमाण है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर, भविष्य में संभावित हवाई खतरों का मुकाबला करने की दिशा में भारतीय वायुसेना की तैयारी और क्षमता को और मजबूत करेगा।
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