हरियाणा में IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार की मौत से जुड़े विवाद के बीच राज्य सरकार ने पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर को उनके पद से मुक्त कर दिया है। यह फैसला उन्हें विवाद के चलते छुट्टी पर भेजे जाने के करीब दो महीने बाद लिया गया है। सरकार ने आदेश जारी कर बताया कि कपूर को DGP के प्रभार से हटाया गया है।
शत्रुजीत कपूर की अनुपस्थिति के दौरान राज्य पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे ओ.पी. सिंह को अगली सूचना तक कार्यवाहक DGP नियुक्त किया गया है। ओ.पी. सिंह 1992 बैच के IPS अधिकारी हैं और उनकी सेवानिवृत्ति 31 दिसंबर को होनी है।
सूत्रों के अनुसार, हरियाणा सरकार जल्द ही वरिष्ठ IPS अधिकारियों के एक पैनल के नाम संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को भेज सकती है, ताकि नए स्थायी पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति की जा सके। चूंकि ओ.पी. सिंह जल्द रिटायर होने वाले हैं, इसलिए स्थायी नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया तेज किए जाने की संभावना है।
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1990 बैच के IPS अधिकारी शत्रुजीत कपूर हालांकि हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, पंचकूला के चेयरमैन पद पर बने रहेंगे। एक इंजीनियरिंग स्नातक कपूर को अगस्त 2023 में हरियाणा का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था।
14 अक्टूबर को विपक्षी दलों की ओर से IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार की मौत को लेकर बढ़ते दबाव और आलोचना के बाद शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया गया था। इसके बाद ओ.पी. सिंह को DGP का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
वाई. पूरन कुमार (52), जो 2001 बैच के IPS अधिकारी थे, 7 अक्टूबर को मृत पाए गए थे। कथित तौर पर उनके द्वारा छोड़े गए आठ पन्नों के सुसाइड नोट में उन्होंने शत्रुजीत कपूर समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों पर “खुले तौर पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार” के गंभीर आरोप लगाए थे।
राजनीतिक दलों के दबाव के बीच हरियाणा सरकार ने पहले रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया को हटाया और बाद में शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजा। पूरन कुमार की पत्नी, IAS अधिकारी अमनीत ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन मिलने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रतिबद्धता के बाद पोस्टमार्टम की सहमति दी थी।
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