असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने राज्य के बाहर निधन होने वाले असमियों की मृतदेह अवशेषों को उनके परिवारों तक पहुँचाने के लिए नई योजना ‘श्रद्धांजलि’ की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य उन परिवारों की सहायता करना है जो वित्तीय रूप से कमजोर हैं और राज्य के बाहर अपने प्रियजनों की अंतिम यात्रा का खर्च वहन नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री ने बताया कि योजना के तहत मृतक के अवशेषों को असम लाने का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी, ताकि परिवारों को भावनात्मक और आर्थिक राहत मिल सके। यह योजना वित्तीय रूप से संपन्न परिवारों पर लागू नहीं होगी, क्योंकि उन्हें अपने खर्चों का प्रबंधन स्वयं करने की क्षमता है।
‘श्रद्धांजलि’ योजना में मृतक का अंतिम संस्कार या अंतिम यात्रा सरकारी सहायता से सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, योजना के तहत अवशेषों के परिवहन में सभी कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना राज्य सरकार की सामाजिक संवेदनशीलता और नागरिक कल्याण की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे असमियों को यह भरोसा मिलेगा कि उनके प्रियजन चाहे राज्य के बाहर ही क्यों न गुजर जाएं, उनके परिवारों को उनका अंतिम संस्कार कराने में कोई कठिनाई नहीं होगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह योजना असम में मानवता और सामाजिक सहायता की भावना को मजबूत करेगी और जरूरतमंद परिवारों को भावनात्मक सहारा प्रदान करेगी।
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