भारत और यूरोपीय संघ (EU) के अधिकारी इस साल व्यापार समझौता पूरी तरह से लागू करने को लेकर आशावादी हैं। इस महत्वपूर्ण वार्ता में भारत की ओर से एल. सत्य श्रीनिवास की अगुवाई में भारतीय टीम यूरोपियन संघ के साथ बातचीत कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, टीम बेल्जियम की राजधानी से शनिवार, 11 अक्टूबर 2025 को वापस लौटने वाली है।
भारत और यूरोपीय संघ के बीच यह समझौता दोनों पक्षों के लिए वाणिज्यिक और आर्थिक महत्व रखता है। इससे न केवल भारतीय निर्यातकों को यूरोपीय बाजार में अधिक अवसर मिलेंगे, बल्कि निवेश और तकनीकी सहयोग को भी बढ़ावा मिलेगा। सूत्रों ने बताया कि भारत और EU के प्रतिनिधि दोनों पक्षों की चिंताओं और प्राथमिकताओं पर ध्यान दे रहे हैं।
अधिकारी यह उम्मीद जताते हैं कि वार्ता के अगले दौर को नई दिल्ली में नवंबर माह में आयोजित किया जाएगा। इस दौर में दोनों पक्ष समझौते के अंतिम मसौदे और तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
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भारतीय टीम का कहना है कि समझौते का उद्देश्य दोनों पक्षों के व्यापारिक हितों का संतुलन सुनिश्चित करना और शुल्क, मानक और निवेश नीतियों को पारदर्शी बनाना है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह समझौता भारत और यूरोपीय संघ के बीच दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग को मजबूत करेगा।
कूटनीतिक और व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि इस साल अंत तक समझौते के अंतिम चरण तक पहुंचना संभव है, बशर्ते दोनों पक्ष अपने महत्वपूर्ण मसलों पर सहमति बनाने में सफल हों। इससे भारत और EU के बीच व्यापारिक और निवेश संबंधों में नई गति आएगी।
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