विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि भारत ने खालिस्तानी उग्रवाद से जुड़ी गतिविधियों पर ब्रिटेन के सामने अपनी गंभीर चिंताओं को स्पष्ट रूप से रखा है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर ब्रिटिश अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान भारत ने भारतीय राजनयिक मिशनों और समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।
मिस्री ने बताया कि खालिस्तानी तत्वों द्वारा की जा रही राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर भारत लगातार ब्रिटेन के साथ संवाद बनाए हुए है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय मिशनों के बाहर हुई हालिया घटनाओं के बाद, भारत ने इस विषय पर मजबूत कूटनीतिक प्रतिक्रिया दी है और यह अपेक्षा जताई है कि ब्रिटेन इस पर गंभीर कार्रवाई करेगा।
विदेश सचिव ने स्पष्ट किया कि भारत की चिंता केवल भारत विरोधी गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि उन तत्वों की गतिविधियों पर भी है जो दोनों देशों के बीच रिश्तों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।
मिस्री ने कहा कि भारत, ब्रिटेन से अपेक्षा करता है कि वह अपने क्षेत्र से भारत विरोधी तत्वों की गतिविधियों को न सिर्फ रोके बल्कि दोषियों पर उचित कानूनी कार्रवाई भी करे।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को मजबूत बनाए रखने के लिए दोनों देशों के बीच पारदर्शी संवाद और संवेदनशील मुद्दों पर सहयोग जरूरी है।