पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार, 17 नवंबर 2025 को ब्राजील के बेलेम में कहा कि भारत दिसंबर के अंत तक अपनी अद्यतन राष्ट्रीय स्तर की निर्धारित योगदान (NDC) और द्विवार्षिक पारदर्शिता रिपोर्ट (BTR) संयुक्त राष्ट्र को प्रस्तुत करेगा। यह घोषणा 30वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP) के दौरान कई देशों के वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक के हिस्से के रूप में की गई।
NDC में भारत की जलवायु परिवर्तन के प्रति प्रतिबद्धताओं और उपायों का विवरण होता है। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि अद्यतन NDC में भारत द्वारा जीवाश्म ईंधन के उपयोग से दूर जाने, ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और हरित ऊर्जा अपनाने के लिए उठाए जाने वाले स्वैच्छिक कदम शामिल होंगे। यह कदम भारत की पेरिस समझौते की प्रतिबद्धताओं के अनुरूप हैं।
भूपेंद्र यादव ने कहा कि अद्यतन NDC और BTR प्रस्तुत करने का उद्देश्य वैश्विक समुदाय को यह दिखाना है कि भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस और पारदर्शी प्रयास कर रहा है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि भारत की जलवायु नीतियां विकास और आर्थिक प्रगति के साथ-साथ सतत ऊर्जा और पर्यावरण सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं।
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इस प्रक्रिया से भारत अपनी जलवायु नीतियों की निगरानी और रिपोर्टिंग को मजबूत करेगा और अन्य देशों के साथ ज्ञान और अनुभव साझा करने में भी सक्षम होगा। अद्यतन NDC के माध्यम से भारत वैश्विक स्तर पर कार्बन उत्सर्जन कम करने और हरित ऊर्जा को अपनाने के अपने संकल्प को और स्पष्ट करेगा।
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