केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर सक्रिय वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिए आर्थिक संबंधों को और गहरा करेगा और व्यापार को नए आयाम देगा।
गोयल ने स्पष्ट किया कि भारत सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि अन्य देशों के साथ भी व्यापक आर्थिक साझेदारी की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की सरकार यूरोपीय संघ और न्यूजीलैंड के साथ भी व्यापार समझौते को लेकर गंभीर वार्ता कर रही है और आने वाले समय में इन वार्ताओं के सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं।
मंत्री ने कहा कि भारत तेजी से उभरती हुई वैश्विक अर्थव्यवस्था है और इस समय दुनिया भर के देश भारत के साथ आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं। मुक्त व्यापार समझौतों के माध्यम से भारत का उद्देश्य निर्यात बढ़ाना, विदेशी निवेश आकर्षित करना और वैश्विक आपूर्ति शृंखला में अपनी भूमिका को और मजबूत करना है।
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गोयल ने बताया कि सरकार का लक्ष्य भारतीय उद्योगों और किसानों को अधिक से अधिक वैश्विक बाजार तक पहुँच दिलाना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत इन समझौतों में संतुलन बनाए रखने पर जोर देगा, ताकि घरेलू उद्योग और रोजगार प्रभावित न हों।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत और अमेरिका के बीच FTA होता है तो यह दोनों देशों के लिए व्यापार, तकनीकी सहयोग और निवेश के नए अवसर खोलेगा।
स्पष्ट है कि भारत की यह रणनीति उसकी वैश्विक आर्थिक कूटनीति को और सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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