भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच की रणनीतिक साझेदारी ने समय के साथ कई राजनीतिक बदलावों और चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बताया कि दोनों देश अपने साझा और ठोस एजेंडे पर केंद्रित हैं, जिसे वे लगातार मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं।
जायसवाल ने प्रेस वार्ता में कहा, “भारत और अमेरिका का संबंध केवल सरकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक साझेदारी है जिसमें व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और लोगों के बीच संपर्क जैसे कई महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं। इन सभी क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच मजबूत सहयोग बना हुआ है।”
हाल के वर्षों में वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य, आर्थिक चुनौतियों और तकनीकी प्रतिस्पर्धा के बावजूद भारत-अमेरिका साझेदारी में निरंतर मजबूती आई है। विदेश मंत्रालय का मानना है कि यह संबंध न केवल द्विपक्षीय हितों को आगे बढ़ाता है, बल्कि एक स्थिर और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के निर्माण में भी योगदान देता है।
और पढ़ें: अमेरिका द्वारा TRF को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर भारत ने किया स्वागत, आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी को बताया मजबूत संकेत
जायसवाल ने यह भी कहा कि आने वाले महीनों में दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय बैठकें और रणनीतिक वार्ताएं होंगी, जिनका उद्देश्य रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, तकनीकी नवाचार और वैश्विक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाना होगा।
और पढ़ें: रूसी तेल पर दोगले मापदंड न अपनाएं: भारत की अमेरिका को चेतावनी