झारखंड में मानव तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है, जहां पुलिस और बाल संरक्षण अधिकारियों ने 13 बच्चों को एक ट्रेन से बचाया। ये सभी बच्चे कथित रूप से गोवा में काम दिलाने के बहाने से तस्करी किए जा रहे थे।
अधिकारियों के अनुसार, बच्चों को वास्को द गामा वीकली एक्सप्रेस ट्रेन से बरामद किया गया। यह ट्रेन हटिया से गोवा के लिए जाती है। जानकारी के अनुसार, टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि कुछ एजेंट बच्चों को झारखंड से बाहर ले जा रहे हैं, जिसके बाद रेलवे स्टेशन पर विशेष निगरानी रखी गई।
जांच के दौरान पाया गया कि बच्चों की उम्र 10 से 16 वर्ष के बीच है। उन्हें बेहतर नौकरी और जीवन के झूठे वादे करके बहकाया गया था। पुलिस ने मौके से दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
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झारखंड पुलिस ने बताया कि यह मामला एक संगठित मानव तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है। पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) मिलकर बच्चों के परिवारों की पहचान कर रही है ताकि उन्हें सुरक्षित रूप से घर पहुंचाया जा सके।
राज्य बाल संरक्षण अधिकारी ने कहा कि हाल के वर्षों में झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों से बच्चों की तस्करी के मामले लगातार बढ़े हैं, खासकर गोवा, मुंबई और दिल्ली जैसे पर्यटन स्थलों की ओर।
प्रशासन ने कहा कि बच्चों को अस्थायी रूप से एक सुरक्षित आश्रय गृह में रखा गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
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