गोवा में एक नाइटक्लब में लगी भीषण आग में झारखंड के तीन प्रवासी मजदूरों की मौत ने राज्य के कई गांवों में शोक और सदमे का माहौल पैदा कर दिया है। रांची से लगभग 60 किलोमीटर दूर लपुंग प्रखंड के फतेहपुर गांव के दो सगे भाई — प्रदीप महतो (24) और विनोद महतो (20) — तथा खूंटी जिले के कर्रा ब्लॉक के गोविंदपुर गांव के मोहित मुंडा (22) इस हादसे में मारे गए।
लपुंग निवासी फागू महतो ने बताया कि रविवार तड़के करीब 2 बजे जब उनका फोन बजा, तो परिवार को अनहोनी की आशंका हुई। कॉल उठाते ही पता चला कि उनके दोनों छोटे भाई गोवा के एक नाइटक्लब में लगी आग में मारे गए हैं। यह सूचना गांव के ही एक युवक, निषान कुमार ने दी, जो वहां काम की तलाश में गया था। फागू ने कहा, “मेरे पिता धनेश्वर महतो सदमे में हैं और कुछ भी बोल नहीं पा रहे।”
दोनों भाई 10-12 महीने पहले काम की तलाश में गोवा गए थे और घर खर्च के लिए हर महीने लगभग 30,000 रुपये भेजते थे। परिवार बेहद गरीब है और गांव में एक छोटे से मिठाई के ठेले से गुजर-बसर होती है।
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खूंटी के मोहित मुंडा के परिवार को भी देर रात फोन पर उसकी मौत की जानकारी मिली। उसके पिता एत्वा मुंडा भी सदमे में हैं। मोहित के भाई सुनील ने कहा कि रात 2 बजे फोन आया और कुछ ही मिनटों में घर में कोहराम मच गया।
गोवा के अर्पोरा इलाके के ‘बर्च बाय रोमीओ लेन’ नाइटक्लब में आधी रात के बाद लगी इस आग में कुल 25 लोगों की मौत हुई और छह घायल हुए। झारखंड प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने बताया कि वे पीड़ित परिवारों और गोवा प्रशासन के संपर्क में हैं। शवों के पोस्टमॉर्टम के बाद उन्हें गांव लाने की व्यवस्था की जा रही है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्याण सोरेन ने घटना को बेहद दुखद बताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मंत्री इरफान अंसारी ने उच्च स्तरीय जांच और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
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