झारखंड सरकार ने निर्णय लिया है कि अगले शैक्षणिक वर्ष से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता शिबु सोरेन के जीवन और योगदान के बारे में पढ़ाया जाएगा। यह कदम राज्य के सामाजिक और राजनीतिक इतिहास की समझ बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राज्य के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने यह घोषणा करते हुए बताया कि शिबु सोरेन के जीवन पर आधारित अलग-अलग अध्यायों को कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के आठ पाठ्यपुस्तकों में शामिल किया जाएगा। इससे छात्र शिबु सोरेन की जीवन यात्रा, उनके संघर्ष, और झारखंड के विकास में उनके योगदान के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे।
विभाग के अधिकारियों ने कहा कि यह निर्णय छात्रों में राजनैतिक जागरूकता और सामाजिक समझ बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। शिबु सोरेन ने आदिवासी समाज और झारखंड राज्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और उनके जीवन की कहानी से विद्यार्थियों को संकल्प, नेतृत्व और समाजसेवा की प्रेरणा मिलेगी।
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इसके अलावा, यह पहल छात्रों को स्थानीय इतिहास और नेताओं के योगदान से परिचित कराएगी और उन्हें अपने समाज की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनाने में मदद करेगी। विभाग ने यह भी बताया कि पाठ्यक्रम में शामिल किए गए अध्यायों को शैक्षणिक विशेषज्ञों और शिक्षकों की टीम द्वारा तैयार किया गया है, ताकि यह सुलभ और समझने योग्य हो।
इस योजना के लागू होने के बाद झारखंड के छात्र शिबु सोरेन के जीवन और उनके आदिवासी अधिकारों के लिए किए गए संघर्ष के बारे में विस्तृत रूप से जान पाएंगे।
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