केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने राज्य की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने और विकास को गति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है। विजयन ने यह जानकारी दिल्ली में मोदी से मुलाकात के बाद साझा की। उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र के बीच “लगातार और उत्पादक संवाद” का महत्व है, जिससे राष्ट्रीय विकास और जनता के कल्याण के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुलाकात में राज्य की आर्थिक स्थिति, वित्तीय चुनौतियां और विकास परियोजनाओं की प्राथमिकताओं पर चर्चा की गई। विजयन ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि केरल केंद्र के साथ सहयोग के लिए प्रतिबद्ध रहेगा और राज्य की योजनाओं में निवेश और संसाधनों के बेहतर प्रबंधन को सुनिश्चित करेगा।
इस बैठक में केरल और केंद्र के बीच समन्वय को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। विजयन ने कहा कि दोनों स्तरों के बीच “निरंतर उत्पादक संवाद” राज्य और देश दोनों के लिए विकास और कल्याणकारी परियोजनाओं को गति देगा। उन्होंने यह भी कहा कि वित्तीय संसाधनों के उचित उपयोग और विकास परियोजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन से राज्य की जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
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विशेषज्ञों का मानना है कि केरल और केंद्र के बीच इस तरह की संवाद प्रक्रिया राज्यों और केंद्र के बीच सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और आर्थिक स्थिरता तथा समावेशी विकास को बढ़ावा देगी।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार केंद्र की योजनाओं के साथ तालमेल बनाए रखेगी और जनता के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देगी।
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