केरल कांग्रेस विधायक राहुल ममकूटाथिल पर यौन दुराचार के आरोपों को लेकर उठ रही इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। मीडिया से बातचीत में ममकूटाथिल ने कहा कि वे नहीं चाहते कि उनकी वजह से कांग्रेस पार्टी किसी राजनीतिक संकट में फंस जाए या पार्टी कार्यकर्ताओं को शर्मिंदगी का सामना करना पड़े।
उन्होंने कहा, “मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण पार्टी कार्यकर्ताओं को अपना सिर झुकाना पड़े। यह संगठन का मामला है और पार्टी जो भी फैसला लेगी, मैं उसका पालन करूंगा।” हालांकि, इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने सीधे तौर पर ‘हां’ या ‘न’ में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इस बीच, विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है और ममकूटाथिल पर आरोप लगाते हुए उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की है। विपक्ष का कहना है कि यौन दुराचार जैसे गंभीर आरोपों के बाद किसी भी जनप्रतिनिधि का पद पर बने रहना उचित नहीं है।
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कांग्रेस नेतृत्व की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस मामले पर आंतरिक चर्चा कर रही है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि आरोपों की निष्पक्ष जांच के लिए विधायक को अपने पद से हट जाना चाहिए।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला केरल कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर उस समय जब राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल, सभी की निगाहें कांग्रेस नेतृत्व के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।
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