जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में रविवार को दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद प्रशासन और पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को एक व्यक्ति को हिरासत में लिया, जिस पर सोशल मीडिया पर एक “भ्रामक वीडियो” अपलोड करने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, इस वीडियो के जरिए घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिया गया व्यक्ति सोशल मीडिया के माध्यम से गलत और भड़काऊ जानकारी फैलाकर लोगों को गुमराह कर रहा था। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते समय अत्यंत सावधानी बरतें और किसी भी अपुष्ट या भ्रामक सामग्री को साझा न करें।
इस बीच, किश्तवाड़ के जिला मजिस्ट्रेट पंकज कुमार शर्मा ने सोमवार को एक आदेश जारी कर जिले में डिजिटल समाचार और समसामयिक विषयों से जुड़ी सामग्री के प्रकाशन पर सख्त नियंत्रण के निर्देश दिए। आदेश के तहत, अगले दो महीनों तक किसी भी अपंजीकृत ऑनलाइन समाचार पोर्टल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बिना पंजीकरण और कानूनी प्रावधानों का पालन किए समाचार या समसामयिक सामग्री प्रकाशित या प्रसारित करने की अनुमति नहीं होगी।
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जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह आदेश सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के तहत जारी किया गया है। इसके अलावा, साइबर कैफे संचालकों को भी निर्देश दिया गया है कि वे पहचान सत्यापन के नियमों का सख्ती से पालन करें और उपयोगकर्ताओं का उचित रिकॉर्ड बनाए रखें।
प्रशासन का कहना है कि इन कदमों का उद्देश्य अफवाहों, गलत सूचनाओं और सांप्रदायिक तनाव को फैलने से रोकना है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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