भारतीय सेना ने अपने सबसे वरिष्ठ और सम्मानित अधिकारियों में से एक मेजर जनरल वी.वी. भिडे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। भिडे का 102 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वह बॉम्बे सैपर्स के सबसे वरिष्ठ अधिकारी थे और भारतीय सेना के लिए प्रेरणास्त्रोत माने जाते थे।
मेजर जनरल भिडे का सैन्य करियर अनुशासन, समर्पण और नेतृत्व का प्रतीक रहा। उन्होंने स्वतंत्रता के बाद सेना के पुनर्गठन और आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सेवाओं ने न केवल इंजीनियरिंग कोर बल्कि पूरे भारतीय थलसेना को मजबूती प्रदान की।
बॉम्बे सैपर्स, जो भारतीय सेना के इंजीनियर्स का एक अहम हिस्सा है, ने भिडे के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। सेना के अधिकारियों और जवानों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल रहेंगे।
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भिडे ने अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण अभियानों और परियोजनाओं का नेतृत्व किया। उनकी दूरदर्शिता और संगठनात्मक क्षमता के कारण उन्हें हमेशा एक आदर्श अधिकारी के रूप में याद किया जाएगा।
भारतीय सेना ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सेवाएं और योगदान हमेशा इतिहास में दर्ज रहेंगे। उनके अनुशासन और नेतृत्व की कहानियां आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।
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