भारतीय सेना और म्यांमार सेना के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। म्यांमार सेना का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को कोलकाता स्थित पूर्वी कमान मुख्यालय पहुंचा और भारतीय सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C) लेफ्टिनेंट जनरल आर. सी. तिवारी से मुलाकात की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्यूरो ऑफ स्पेशल ऑपरेशन्स-1 (BSO-1) के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल को को ऊ (Lt Gen Ko Ko Oo) ने किया।
इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और आपसी संबंधों को और गहरा करने पर जोर दिया गया। भारतीय सेना ने म्यांमार सेना को उन्नत आईटी लैब उपकरण प्रदान किए। इन उपकरणों का उद्देश्य म्यांमार की डिजिटल ट्रेनिंग क्षमताओं को सुदृढ़ करना और सूचना प्रबंधन को और बेहतर बनाना है।
भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह पहल न केवल तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देती है बल्कि म्यांमार की रक्षा संरचना के आधुनिकीकरण में भारत की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्रस्तुति से दोनों देशों के बीच तकनीक-आधारित रक्षा सहयोग को नया आयाम मिलेगा।
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भारत और म्यांमार लंबे समय से सुरक्षा और सीमाई सहयोग में भागीदार रहे हैं। विशेष रूप से पूर्वोत्तर भारत और म्यांमार सीमा पर आतंकवाद, हथियारों की तस्करी और अवैध गतिविधियों से निपटने के लिए दोनों सेनाओं के बीच घनिष्ठ सहयोग की आवश्यकता है। इस बैठक को उस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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