केरल के एर्नाकुलम में मोटर वाहन विभाग (MVD) ने ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर और डिलीवरी कंपनियों को उनकी “10 मिनट डिलीवरी” सेवा को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। विभाग का कहना है कि इस तरह की तेज़ डिलीवरी व्यवस्था सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर रही है और इससे आम जनता के लिए गंभीर खतरा पैदा हो रहा है।
MVD द्वारा की गई जांच में पाया गया कि कई ऑनलाइन कंपनियां तय समय के भीतर डिलीवरी करने का अत्यधिक दबाव अपने डिलीवरी एजेंट्स पर डाल रही हैं। इस दबाव के कारण डिलीवरी कर्मी तेज रफ्तार में वाहन चला रहे हैं और लापरवाही बरत रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रैफिक सिग्नल तोड़ना, गलत तरीके से लेन बदलना और बिना सुरक्षा उपकरणों जैसे हेलमेट के बिना बाइक चलाना अब आम हो गया है।
विभाग का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां न केवल डिलीवरी एजेंट्स की जान को खतरे में डालती हैं, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य लोगों के लिए भी गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं। जांच में जिन कंपनियों को सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करते हुए पाया गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
और पढ़ें: पित्रोदा ने अनजाने में कांग्रेस को किया बेनकाब, एंटी-इंडिया वैश्विक गठजोड़ का हिस्सा है पार्टी: BJP
MVD अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सड़क सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और यदि कंपनियां अपने डिलीवरी मॉडल में सुधार नहीं करती, तो उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। विभाग ने यह भी कहा कि ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं को समय-सीमा तय करते समय यातायात नियमों और मानवीय सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए।
अधिकारियों के अनुसार, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि डिलीवरी एजेंट्स को सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षित किया जाए और उन पर अव्यावहारिक समय-सीमा का दबाव न डाला जाए। आने वाले दिनों में MVD इस पूरे मामले पर सख्ती से निगरानी रखेगा।
और पढ़ें: ताइवान में 6.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, ताइपे में तेज झटके महसूस