बेंगलुरु स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के विभिन्न केंद्रों में पूर्वोत्तर भारत के 800 छात्रों ने शैक्षिक दौरा किया। यह यात्रा ‘नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स प्रोग्राम फॉर अवेयरनेस, रीच एंड नॉलेज ऑन स्पेस प्रोग्राम’ के तहत आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य छात्रों में अंतरिक्ष विज्ञान और तकनीक के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
इसरो अधिकारियों के अनुसार, छात्रों को सैटेलाइट निर्माण, रॉकेट प्रक्षेपण, अंतरिक्ष अनुसंधान प्रक्रियाओं और भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें विभिन्न प्रयोगशालाओं, मिशन कंट्रोल सेंटर और सैटेलाइट इंटीग्रेशन फैसिलिटी का भी दौरा कराया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र के छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार को प्रोत्साहित करना है, ताकि वे भविष्य में अंतरिक्ष अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित हों।
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दौरे के दौरान इसरो वैज्ञानिकों ने छात्रों के साथ संवाद किया और उन्हें बताया कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम किस तरह वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयां छू रहा है। छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक सवाल पूछे और रॉकेट तकनीक, सैटेलाइट लॉन्चिंग और चंद्रमा-ग्रहों पर मिशन जैसे विषयों पर जानकारी हासिल की।
इसरो ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल छात्रों का ज्ञान बढ़ता है, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि भी बढ़ती है। भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक छात्र भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम से जुड़ सकें।
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