ओडिशा के मुख्यमंत्री ने यूरोपीय देशों में राज्य की समृद्ध संस्कृति, विरासत और पर्यटन क्षमता को उजागर करने के लिए विदेशी राजनयिकों से सहयोग की अपील की है। राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा कला, शिल्प, शास्त्रीय नृत्य और ऐतिहासिक धरोहरों का केंद्र है, जिसे वैश्विक मंच पर और अधिक पहचान दिलाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने राजनयिकों से आग्रह किया कि वे यूरोप में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों और पर्यटन मेलों में ओडिशा की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कराने में मदद करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कला और संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
सीएम ने यह भी बताया कि ओडिशा न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध है, बल्कि पर्यटन और निवेश के क्षेत्र में भी बड़ी संभावनाएं रखता है। उन्होंने कहा कि राज्य के प्राचीन मंदिर, समुद्र तट और पारंपरिक हस्तशिल्प यूरोपीय पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं।
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कार्यक्रम में उपस्थित विभिन्न देशों के राजनयिकों ने मुख्यमंत्री की पहल की सराहना की और आश्वासन दिया कि वे ओडिशा की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक मंच तक पहुंचाने में सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि ओडिशा की संस्कृति और विरासत को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान भी बढ़ेगा।
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