प्रियंका गांधी को कांग्रेस में बड़ी नेतृत्व भूमिका देने की बात कहने वाले ओडिशा के वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद मोक़ीम को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ नेताओं की आलोचना करना और पार्टी के आंतरिक मामलों को सार्वजनिक मंचों पर उठाना “पार्टी विरोधी गतिविधियों” की श्रेणी में आता है, जिसके चलते यह कड़ा कदम उठाया गया।
मोहम्मद मोक़ीम ने हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस में नेतृत्व संकट की ओर इशारा किया था। उन्होंने पार्टी के पुनरुत्थान के लिए गहरे संरचनात्मक, संगठनात्मक और वैचारिक सुधारों की जरूरत बताई थी। इसी क्रम में उन्होंने संकेत दिया था कि प्रियंका गांधी को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी संभालनी चाहिए, जिससे संगठन को नई दिशा और ऊर्जा मिल सके।
हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व ने उनके इन बयानों को अनुशासनहीनता माना। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आंतरिक मुद्दों को सार्वजनिक रूप से उठाने से संगठन की छवि को नुकसान पहुंचता है और इससे पार्टी की एकजुटता पर असर पड़ता है। इसी आधार पर मोक़ीम के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
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सूत्रों के मुताबिक, मोक़ीम इस बात से पूरी तरह अवगत थे कि उनके बयानों के बाद पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मोक़ीम जानबूझकर इस टकराव की स्थिति की ओर बढ़ रहे थे और वह कार्रवाई की संभावना से अनजान नहीं थे।
इस घटनाक्रम ने कांग्रेस के भीतर चल रही आंतरिक बहस और असंतोष को एक बार फिर उजागर कर दिया है। जहां एक ओर कुछ नेता पार्टी में बड़े सुधार और नए नेतृत्व की मांग कर रहे हैं, वहीं शीर्ष नेतृत्व अनुशासन और संगठनात्मक एकता को सर्वोपरि बता रहा है। मोक़ीम का निष्कासन इसी संतुलन को बनाए रखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
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