दिल्ली में विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक के सांसदों ने सोमवार को चुनाव आयोग (ECI) के कार्यालय की ओर मार्च निकाला, जिसके दौरान कई सांसदों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। यह विरोध प्रदर्शन चुनाव प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं और मतदाता सूची से जुड़े मुद्दों पर चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपने के लिए किया जा रहा था।
मार्च के दौरान महिला सांसदों ने बैरिकेड्स पार कर नीरवाचन सदन (Election Commission कार्यालय) पहुंचने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हल्का धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सांसदों को आगे बढ़ने से रोका और कई को बसों में बैठाकर हिरासत में ले जाया गया।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी सांसद चाहते थे कि चुनाव आयोग से मुलाकात कर लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। सांसदों का आरोप है कि हालिया चुनावों में मतदाता सूचियों से नाम हटाए जाने, चुनावी प्रक्रिया में पक्षपात और प्रशासनिक दुरुपयोग जैसी घटनाएं हुई हैं।
और पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र में तीन-चौथाई देशों ने किया फिलिस्तीन को मान्यता का समर्थन, ऑस्ट्रेलिया भी शामिल
प्रदर्शन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, सपा, डीएमके और अन्य दलों के सांसद शामिल थे। उन्होंने नारेबाजी करते हुए चुनाव आयोग पर "जनता की आवाज़ सुनने" का दबाव बनाया।
पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई है और हिरासत में लिए गए सभी सांसदों को बाद में रिहा कर दिया जाएगा।
यह विरोध ऐसे समय में हुआ है जब विपक्ष आगामी चुनावों के लिए सरकार पर चुनावी संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगा रहा है और पारदर्शी एवं स्वतंत्र चुनाव की मांग कर रहा है।
और पढ़ें: अमेरिका में पाक सेना प्रमुख मुनीर का भारत विरोधी बयान, जुगुलर वेन टिप्पणी से बढ़ा तनाव