प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरदार वल्लभभाई पटेल, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती को भव्य तरीके से मनाने के लिए गठित उच्च स्तरीय पैनलों की अध्यक्षता करेंगे। केंद्र सरकार ने इन तीनों राष्ट्रीय महापुरुषों को सम्मानित करने के लिए विशेष योजनाएँ तैयार की हैं।
अधिकारियों के अनुसार, सरकार का उद्देश्य केवल दिल्ली या उनके गृह राज्यों में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में व्यापक कार्यक्रम आयोजित करना है। इन आयोजनों में संगोष्ठियों, व्याख्यानों, संवाद कार्यक्रमों और सांस्कृतिक गतिविधियों को शामिल किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग इन महान नेताओं के योगदान से अवगत हो सकें।
सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, वहीं अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में और बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बनने वाले ये पैनल इन अवसरों को और प्रभावशाली बनाने के लिए रणनीति तैयार करेंगे।
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सरकार चाहती है कि इन आयोजनों के माध्यम से युवाओं, छात्रों और आम नागरिकों में राष्ट्र निर्माण, सुशासन और सामाजिक न्याय जैसे मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़े। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय भी सुनिश्चित किया जाएगा।
इन तीनों राष्ट्रीय प्रतीकों की जयंती कार्यक्रमों को भव्य रूप देने की इस पहल को एक व्यापक राष्ट्रीय अभियान के रूप में देखा जा रहा है।
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