प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भूटान से लौटते ही सीधे दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल का रुख किया, जहां उन्होंने 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए भीषण कार धमाके में घायल हुए लोगों से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने घायलों से बातचीत की, उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। इस दौरान वरिष्ठ डॉक्टरों और अस्पताल प्रशासन ने पीएम मोदी को घायलों की हालत और जारी उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “एलएनजेपी अस्पताल गया और दिल्ली ब्लास्ट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। सभी के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। साजिश रचने वालों को किसी भी कीमत पर न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।”
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दो दिवसीय भूटान यात्रा के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया था। उन्होंने थिम्फू में कहा था, “दिल्ली में हुई इस दुखद घटना ने देश को झकझोर दिया है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, मैं उनकी पीड़ा को समझ सकता हूं। सरकार दोषियों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई करेगी।”
इस बीच, गृह मंत्रालय (एमएचए) ने दिल्ली ब्लास्ट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। एनआईए ने दिल्ली पुलिस की विशेष सेल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने भी शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि “दोषियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।” शाह ने एजेंसियों को तेजी से जांच पूरी करने और आपसी समन्वय बढ़ाने का आदेश दिया।
धमाके के बाद राष्ट्रीय राजधानी समेत उत्तर प्रदेश, बिहार और मुंबई में हाई अलर्ट जारी किया गया है। भीड़भाड़ वाले बाजारों, मेट्रो स्टेशनों, धार्मिक स्थलों और परिवहन केंद्रों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अधिकारियों के अनुसार, जांच एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि इस हमले के पीछे की साजिश को पूरी तरह से उजागर किया जाए और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
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