पंजाब में स्कूल शिक्षा व्यवस्था को और अधिक आधुनिक, प्रभावी और सीखने योग्य बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने नया प्रश्नपत्र प्रारूप जारी किया है। यह नया पैटर्न ‘रिवाइज्ड ब्लूम्स टैक्सोनॉमी’ पर आधारित है, जिसका उद्देश्य छात्रों को रटने की प्रवृत्ति से हटाकर उच्च-स्तरीय सोच, विश्लेषणात्मक क्षमता, समस्या-समाधान और रचनात्मकता की ओर ले जाना है।
PSEB के अध्यक्ष डॉ. अमरपाल सिंह के नेतृत्व में यह बदलाव पंजाब की शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार का संकेत देता है। नए प्रश्नपत्र डिजाइन में विषय-विशेषज्ञों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए ऐसे प्रश्न शामिल किए गए हैं जो छात्रों की समझ, विश्लेषण, मूल्यांकन और अनुप्रयोग क्षमता को परखते हैं। इससे छात्रों को वास्तविक जीवन स्थितियों में ज्ञान का उपयोग करने की प्रेरणा मिलेगी।
इस परिवर्तन को लागू करने के लिए मोहाली में तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें 120 से अधिक शिक्षा विशेषज्ञ, विषय विशेषज्ञ और मास्टर ट्रेनर्स ने भाग लिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को नए प्रारूप से परिचित कराना और उन्हें इस मॉडल के अनुरूप पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करना था।
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नए प्रश्नपत्र प्रारूप से न केवल बोर्ड परीक्षाओं में बदलाव आएगा, बल्कि कक्षा-स्तरीय आकलन में भी सुधार देखने को मिलेगा। इससे शिक्षण पद्धति को ‘स्टूडेंट-सेंट्रिक’ बनाने में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मॉडल छात्रों को भविष्य की प्रतिस्पर्धाओं में अधिक सक्षम बनाएगा और उन्हें ग्लोबल शिक्षा मानकों के अनुरूप तैयार करेगा।
कुल मिलाकर, PSEB का यह निर्णय पंजाब में शिक्षा पद्धति में लंबे समय से अपेक्षित सुधार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
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