रांची के पुराने हाईकोर्ट क्षेत्र, जिसे “साइलेंस जोन” घोषित किया गया है, में दीपावली की रात शोर प्रदूषण में भारी वृद्धि दर्ज की गई। झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) के अनुसार, सोमवार (20 अक्टूबर) को सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक इस क्षेत्र में औसत ध्वनि स्तर 78 डेसिबल दर्ज किया गया — जो निर्धारित सीमा से लगभग 56% अधिक है।
बोर्ड के अनुसार, “साइलेंस जोन” में अनुमेय सीमा दिन के समय 50 डेसिबल और रात में 40 डेसिबल है। इसके बावजूद, सोमवार रात 10 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक ध्वनि स्तर 72 डेसिबल दर्ज किया गया।
JSPCB ने यह भी बताया कि रांची में चार स्थानों पर शोर स्तर की निगरानी की गई — पुराना हाईकोर्ट (साइलेंस जोन), अल्बर्ट एक्का चौक (वाणिज्यिक क्षेत्र), अशोक नगर (आवासीय क्षेत्र) और टुपुदाना (औद्योगिक क्षेत्र)।
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अल्बर्ट एक्का चौक में दीपावली के दिन शोर स्तर औसत सीमा से 16.92% अधिक पाया गया। यहां दिन में 76 डेसिबल और रात में 69 डेसिबल का स्तर दर्ज किया गया। वहीं, टुपुदाना औद्योगिक क्षेत्र में स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर रही — दिन में 65 डेसिबल और रात में 51 डेसिबल, जो अनुमेय सीमा से कम था।
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दीपावली के लिए रात 8 बजे से 10 बजे तक पटाखे फोड़ने की अनुमति दी थी, साथ ही 125 डेसिबल से अधिक ध्वनि उत्पन्न करने वाले पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया था।
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