बीएसई सेंसेक्स 542 अंकों की तेज गिरावट के साथ बंद हुआ, जिससे शेयर बाजार में निवेशकों की चिंता बढ़ गई। शुरुआत में बाजार ने सकारात्मक रुख दिखाया था, लेकिन दिन चढ़ते ही यह मजबूती कायम नहीं रह सकी और प्रमुख ब्लू-चिप शेयरों में बिकवाली के चलते सेंसेक्स में गिरावट दर्ज की गई।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 542 अंक या 0.75% की गिरावट के साथ 71,820 के आसपास बंद हुआ। इसके विपरीत, निफ्टी भी लगभग 160 अंकों की गिरावट के साथ 21,860 के स्तर पर आ गया। आईटी, बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्रों में प्रमुख शेयरों ने बाजार को नीचे खींचने में बड़ी भूमिका निभाई।
विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा की गई भारी बिकवाली और वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता ने घरेलू बाजार को प्रभावित किया है। साथ ही, आगामी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों की सतर्कता भी बाजार में उतार-चढ़ाव का कारण बनी।
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एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे सेंसेक्स पर दबाव बना रहा। हालांकि, कुछ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने सीमित रूप से प्रदर्शन सुधारने की कोशिश की, लेकिन व्यापक असर सेंसेक्स पर ही रहा।
वित्तीय विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं और दीर्घकालिक रणनीति के तहत निवेश जारी रखें।
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