तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट के अंतिम दिन, मंगलवार (9 दिसंबर 2025) को मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी का दिन बेहद व्यस्त रहने वाला है। समिट के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री लगभग 20 उच्चस्तरीय बैठकों में भाग लेंगे, जिनका फोकस राज्य की विज़न 2047 रोडमैप से जुड़े महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर होगा।
अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री शिक्षा, ऊर्जा, पर्यटन, लाइफ साइंसेज़, फूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इससे जुड़ी उद्योग श्रेणियों के प्रतिनिधियों के साथ विस्तृत वार्ताएं करेंगे। इन बैठकों का उद्देश्य राज्य में निवेश बढ़ाना, नई तकनीकों को अपनाना और उद्योगों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी स्थापित करना है।
समिट के दौरान कई प्रमुख कंपनियों के तेलंगाना सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) पर हस्ताक्षर करने की भी उम्मीद है। ये MoUs राज्य के निवेश पाइपलाइन को और मजबूत करेंगे तथा विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं की गति को एक नई दिशा देंगे।
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सरकार का कहना है कि ये सेक्टर तेलंगाना की विकास रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं, खासकर शिक्षा, जीवन विज्ञान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे उभरते क्षेत्र, जो वैश्विक स्तर पर तेजी से विस्तार कर रहे हैं। ऑटोमोबाइल, खाद्य प्रसंस्करण और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भी बड़े निवेश आकर्षित करने की तैयारी चल रही है।
शाम को सरकार द्वारा विज़न डॉक्यूमेंट का अनावरण किया जाएगा, जिसमें 2047 तक तेलंगाना को वैश्विक निवेश, तकनीक और नवाचार का प्रमुख केंद्र बनाने के लक्ष्यों का विस्तृत विवरण होगा। यह डॉक्यूमेंट राज्य की आर्थिक और औद्योगिक रणनीति का रोडमैप प्रस्तुत करेगा।
तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट ने न सिर्फ वैश्विक मंच पर राज्य की पहचान को मजबूत किया है, बल्कि भविष्य के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं।
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