अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी पीटर नवैरो ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई मुलाकात को “चिंताजनक” बताया है।
1 सितंबर को तियानजिन में हुए SCO सम्मेलन के इतर तीनों नेताओं के बीच दिखाई दी सार्वजनिक निकटता और सौहार्द पर प्रतिक्रिया देते हुए नवैरो ने कहा कि यह वैश्विक शक्ति संतुलन के लिए एक गंभीर संकेत हो सकता है।
नवैरो ने कहा, “जब दुनिया के तीन बड़े नेता इस तरह एक मंच पर सौहार्द दिखाते हैं, तो यह अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए चेतावनी की घंटी है।” उन्होंने आशंका जताई कि भारत, चीन और रूस के बीच बढ़ती निकटता से अमेरिका की रणनीतिक स्थिति पर असर पड़ सकता है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, SCO शिखर सम्मेलन में यह मुलाकात आर्थिक, सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा का संकेत देती है। हालांकि, अमेरिका के कुछ विश्लेषक इसे भूराजनीतिक चुनौती के रूप में देख रहे हैं।
पीटर नवैरो का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव, अमेरिका-रूस संबंधों में यूक्रेन युद्ध को लेकर तनातनी और भारत-अमेरिका संबंधों में रणनीतिक सहयोग को लेकर संतुलन साधने की कोशिशें जारी हैं।
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