अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक अहम शिखर बैठक अलास्का में आयोजित हो रही है। यह मुलाकात अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हो रही है, जहां दोनों नेता संघर्ष के समाधान और संभावित कूटनीतिक रास्तों पर चर्चा करेंगे।
यह बैठक ऐसे समय पर हो रही है जब रूस-यूक्रेन युद्ध लगातार बढ़ता जा रहा है और वैश्विक अर्थव्यवस्था, ऊर्जा आपूर्ति तथा भू-राजनीतिक स्थिरता पर गंभीर असर डाल रहा है। अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि इस वार्ता का उद्देश्य तनाव कम करने और युद्धविराम के लिए ठोस कदम उठाने के रास्ते तलाशना है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप और पुतिन के बीच यह मुलाकात न केवल युद्ध की दिशा को प्रभावित कर सकती है, बल्कि अमेरिका-रूस संबंधों के भविष्य को भी तय कर सकती है। अमेरिका चाहता है कि रूस अपने सैन्य अभियानों को सीमित करे और कूटनीति को मौका दे, जबकि रूस यह संकेत दे रहा है कि वह केवल अपने हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले समझौतों पर ही सहमत होगा।
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अमेरिकी सैन्य अड्डे पर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, वार्ता में रक्षा, ऊर्जा, वैश्विक व्यापार और साइबर सुरक्षा से जुड़े मुद्दे भी शामिल हो सकते हैं।
यह शिखर वार्ता अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके नतीजे यूरोप और एशिया की सुरक्षा संरचना पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।
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