शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महात्मा गांधी ने जवाहरलाल नेहरू को प्रधानमंत्री बनाकर गलती की थी। ठाकरे ने यह बयान महाराष्ट्र के विभिन्न विपक्षी दलों और नागरिक अधिकार संगठनों द्वारा आयोजित राज्यव्यापी आंदोलन के दौरान दिया। यह आंदोलन महाराष्ट्र विशेष सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक के विरोध में आयोजित किया गया था।
ठाकरे ने कहा कि यह विधेयक राज्य में लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का प्रयास है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता पक्ष लोकतंत्र की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रहा है।
अपने भाषण में ठाकरे ने स्वतंत्रता संग्राम के समय की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा,
"महात्मा गांधी ने अगर सरदार पटेल को प्रधानमंत्री बनाया होता तो देश की दिशा अलग होती।" उन्होंने दावा किया कि आज की कई समस्याएँ नेहरू को प्रधानमंत्री बनाए जाने के निर्णय से जुड़ी हुई हैं।
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ठाकरे ने जनता से अपील की कि वे इस विधेयक के खिलाफ आवाज उठाएँ और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली ताकतों को जवाब दें। विपक्षी दलों और नागरिक संगठनों का कहना है कि यह विधेयक राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
कार्यक्रम में कई वरिष्ठ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि यह विधेयक संविधान और मौलिक अधिकारों के विरुद्ध है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
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