उत्तर प्रदेश सरकार ने बरेली में दशहरा उत्सव के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए गुरुवार, 2 अक्टूबर 2025 को 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया। राज्य में पुलिस ने सभी जिलों में कड़ी निगरानी रखी है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र पुलिस बल (PAC) ने कई जिलों में फ्लैग मार्च किया और ड्रोन सर्विलांस भी किया गया।
बरेली के दक्षिणी जिले की पुलिस अधीक्षक अंशिका वर्मा ने कहा, “आज विजयादशमी है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम यह फ्लैग मार्च कर रहे हैं। गश्त जारी है और सुरक्षा के सभी इंतजाम किए गए हैं।” प्रशासन ने बताया कि अतिरिक्त PAC और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान बरेली और अन्य संवेदनशील जिलों में तैनात किए गए हैं ताकि त्योहार के दौरान किसी भी तरह की हिंसा को रोका जा सके।
इस सुरक्षा सतर्कता का सिलसिला बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा के मद्देनजर है, जब एक इस्लामी पंडित ने पैगंबर के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में धरना देने की घोषणा की थी। यह विवाद ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर के कारण भी बढ़ा था, जिसके चलते कानपुर पुलिस ने 24 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और कुछ हिंदू समूहों ने इसे परंपरा से विचलन करार दिया। गृह विभाग के सचिव गौरव दयाल के आदेश के अनुसार भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम 1885 और 2017 के अस्थायी टेलीकॉम सेवा निलंबन नियमों के तहत 2 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर की दोपहर 3 बजे तक बरेली में सभी प्रकार की टेलीकॉम सेवाओं को निलंबित किया गया।
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यह कदम कानून व्यवस्था बनाए रखने और त्योहार के दौरान शांति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। प्रशासन और पुलिस की सतर्कता से यह आशा जताई जा रही है कि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और जनता सुरक्षित रूप से दशहरा मना सके।
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