उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में तहसील परिसर की गंदगी को स्वीकार करने के लिए वकीलों के सामने उठक-बैठक करने वाले उपजिलाधिकारी (एसडीएम) का अगले ही दिन तबादला कर दिया गया। यह घटना मंगलवार को हुई थी जब राही नामक एसडीएम को पुंवायां तहसील में पदस्थापित किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वकीलों ने तहसील परिसर में फैली गंदगी को लेकर विरोध जताया। इस दौरान एसडीएम राही ने वकीलों के सामने उठक-बैठक करते हुए अपनी गलती मानी और सफाई में कमी की जिम्मेदारी ली। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई।
जिला मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने पीटीआई को बताया कि एसडीएम राही को उनके पद से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रशासनिक आवश्यकताओं और परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है। हालांकि, नए पदस्थापन की जानकारी अभी नहीं दी गई है।
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इस घटना के बाद प्रशासन की कार्यशैली और अधिकारियों के साथ वकीलों के व्यवहार पर भी सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों का मानना है कि तहसील की गंदगी के लिए केवल एक अधिकारी को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है, जबकि सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सामूहिक है।
वहीं, कुछ लोगों ने एसडीएम की ईमानदारी और जिम्मेदारी स्वीकार करने की हिम्मत की सराहना की, लेकिन प्रशासन द्वारा किए गए त्वरित तबादले पर सवाल उठाए हैं। यह मामला प्रदेश में प्रशासनिक कामकाज और जवाबदेही को लेकर नई बहस को जन्म दे रहा है।
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