उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में हालात गंभीर हो गए हैं। उत्तराखंड में ज्योतिर्मठ-मालारी हाईवे पर पुल बह जाने से कई गांव कट ऑफ हो गए हैं। इससे स्थानीय लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है और राहत एवं आपूर्ति कार्य में कठिनाई आ रही है।
स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्य तुरंत शुरू किया है। पुल बह जाने के कारण आपातकालीन सेवाओं और ग्रामीणों की आवाजाही बाधित हुई है। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार ने लगातार हो रही बारिश के कारण उत्पन्न नुकसान का आकलन करने के लिए अधिकारियों की एक समिति का गठन किया है। इस समिति का कार्य प्रवासी शिविरों और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कर नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करना है। अधिकारियों के मुताबिक, सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर प्रभावित लोगों को वित्तीय सहायता और पुनर्वास के उपाय किए जाएंगे।
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मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी राज्यों में मानसून के दौरान भारी बारिश और भू-स्खलन जैसी घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को समय रहते सतर्कता बरतनी चाहिए।
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