पूर्व राजस्व मंत्री और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के वरिष्ठ नेता धर्माना प्रसाद राव ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वह मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान शुरू किए गए भूमि सुधारों को आगे बढ़ाए। उन्होंने कहा कि गांवों और अन्य क्षेत्रों में लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवादों का स्थायी समाधान तभी संभव है, जब इन सुधारों को प्रभावी रूप से लागू किया जाए।
रविवार (14 दिसंबर, 2025) को The Indian Witness से बातचीत में धर्माना प्रसाद राव ने आरोप लगाया कि तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने भूमि सुधारों को लेकर लोगों के बीच भ्रम और डर फैलाया। उन्होंने कहा कि टीडीपी ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देते हुए यह प्रचार किया कि जमीन से जुड़े पासबुक पर तत्कालीन मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की तस्वीर छापी गई है, जिससे लोगों में अनावश्यक आशंकाएं पैदा हुईं।
वाईएसआरसीपी नेता ने स्पष्ट किया कि भूमि सुधारों का उद्देश्य किसी व्यक्ति या दल का प्रचार नहीं, बल्कि किसानों और आम नागरिकों को उनकी जमीन के अधिकारों को लेकर सुरक्षा और पारदर्शिता देना था। उनके अनुसार, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण, सर्वेक्षण और अपडेट से न केवल विवाद कम होते हैं, बल्कि किसानों को सरकारी योजनाओं और वित्तीय संस्थानों से लाभ लेने में भी सुविधा होती है।
और पढ़ें: कनाडा में निवेशकों से मिले मंत्री नारा लोकेश, आंध्र प्रदेश में निवेश के लिए किया आमंत्रण
धर्माना प्रसाद राव ने कहा कि पिछली सरकार ने जमीन से जुड़े रिकॉर्ड को सुव्यवस्थित करने और अवैध कब्जों को रोकने के लिए कई कदम उठाए थे, जिनका सकारात्मक असर दिखने लगा था। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार उन पहलों को नजरअंदाज कर रही है, जिससे फिर से भूमि विवाद बढ़ने का खतरा पैदा हो सकता है।
उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि वह राजनीति से ऊपर उठकर किसानों और ग्रामीण जनता के हित में भूमि सुधारों को लागू करे। उनका कहना था कि यदि सरकार ईमानदारी से इन सुधारों को आगे बढ़ाती है, तो इससे न केवल विवाद कम होंगे, बल्कि राज्य में सामाजिक और आर्थिक स्थिरता भी मजबूत होगी।
और पढ़ें: वामपंथी उग्रवाद में गिरावट: इस सप्ताह 13 माओवादी ढेर