ओडिशा की पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने अपनी वार्षिक पदयात्रा की शुरुआत कर दी है। हालांकि, इस बार यह अभियान नवीन पटनायक की अनुपस्थिति में आयोजित किया जा रहा है, जिससे पार्टी को उत्साह बनाए रखने में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। आमतौर पर यह पदयात्रा हर साल 2 अक्टूबर, गांधी जयंती के अवसर पर शुरू होती है, लेकिन इस वर्ष त्योहारी सीजन के कारण इसे एक सप्ताह की देरी से प्रारंभ किया गया।
बीजेडी की यह पदयात्रा राज्यभर में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संगठित करने, जनसंपर्क मजबूत करने और आगामी चुनावों से पहले जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। नवीन पटनायक, जो पिछले कुछ महीनों से सार्वजनिक रूप से बहुत कम दिखाई दिए हैं, ने अपने वरिष्ठ नेताओं को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि वे जनता से संपर्क बनाए रखें।
पार्टी नेताओं ने बताया कि इस अभियान के तहत बीजेडी कार्यकर्ता राज्य के हर जिले में पैदल मार्च करेंगे, जनसभाएँ आयोजित करेंगे और लोगों की समस्याओं को सुनेंगे। इसका उद्देश्य सत्ता दल, विशेषकर भाजपा की बढ़ती सक्रियता के बीच संगठन को फिर से सशक्त बनाना है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नवीन पटनायक की अनुपस्थिति में बीजेडी को अपनी पारंपरिक ताकत बनाए रखने के लिए जमीनी स्तर पर अधिक मेहनत करनी होगी। पदयात्रा इस दिशा में एक रणनीतिक कदम मानी जा रही है।
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