दिल्ली में कांग्रेस की प्रस्तावित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ मेगा रैली से पहले सियासी माहौल गरमा गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस का असली उद्देश्य चुनावी सुधार या मतदाता सूची संशोधन नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “राजनीतिक रूप से खत्म करना” है। यह आरोप ऐसे समय लगाया गया है, जब रैली स्थल पर कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ विवादित नारे लगाए जाने के दृश्य सामने आए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार साझा किए गए वीडियो में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यह कहते नजर आ रहे हैं कि उनका शासन समाप्त होने वाला है। इन दृश्यों के सामने आने के बाद भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस का एजेंडा अब साफ हो चुका है। उनके अनुसार, यह मुद्दा एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) का नहीं, बल्कि “संविधान पर हमला” है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में चुनाव आयोग को भी धमकी दी थी और अब प्रधानमंत्री के खिलाफ लगातार आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है।
और पढ़ें: आलंद मतदाता धोखाधड़ी केस: पूर्व BJP विधायक और उनका बेटा मुख्य आरोपी
इस बीच, कांग्रेस आज दिल्ली के रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली कर रही है, जिसमें देशभर से पार्टी के कार्यकर्ता और नेता शामिल हो रहे हैं। यह रैली कथित वोट धोखाधड़ी और मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में आयोजित की गई है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जनता अपने “प्रिय नेता” के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यदि वास्तव में ऐसे नारे लगाए गए हैं, तो यह दर्शाता है कि कांग्रेस अब भी जनभावनाओं को समझने में विफल रही है। पात्रा ने यह भी कहा कि जब-जब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री या उनके परिवार के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है, जनता ने उसे नकारा है।
कांग्रेस नेताओं की ओर से अब तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। भाजपा का कहना है कि संसद में वोट धोखाधड़ी के मुद्दे पर चर्चा हो चुकी है और सरकार ने हर सवाल का जवाब दिया है, इसलिए यह रैली केवल राजनीतिक भ्रम फैलाने का प्रयास है।
और पढ़ें: बीजेपी ने मणिपुर के विधायकों को 14 दिसंबर की बैठक के लिए दिल्ली बुलाया