जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बादल फटने की घटना में चार लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि अचानक आई तेज़ बारिश और जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए।
जिला प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे नदियों, नालों और अन्य जल स्रोतों के पास जाने से बचें, क्योंकि मौसम में अभी भी अस्थिरता बनी हुई है। प्रशासन का कहना है कि हालात पर लगातार करीबी निगरानी रखी जा रही है और ज़रूरत पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्यों को तेज़ी से अंजाम दिया जाएगा।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बादल फटने के बाद पानी का बहाव अचानक बहुत तेज़ हो गया, जिससे कई लोग तेज़ धारा में बह गए। मृतकों के शवों को बाहर निकाल लिया गया है और उनके परिवारों को तत्काल राहत राशि देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और पुलिस टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय किया गया है ताकि किसी भी संकट की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। प्रशासन ने आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी भारी बारिश की संभावना बनी रह सकती है। इसलिए यात्रियों और स्थानीय निवासियों से सावधानी बरतने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।
यह घटना एक बार फिर से पर्वतीय क्षेत्रों में अचानक मौसम परिवर्तन से होने वाले खतरों की गंभीरता को दर्शाती है।
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