भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और प्रमुख नेता तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर उनसे उनका निर्वाचन फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) कार्ड जमा करने का अनुरोध किया है। आयोग ने यह कदम मतदाता सूची में पारदर्शिता और शुद्धता बनाए रखने के लिए उठाया है।
ईसीआई के मुताबिक, बिहार में किसी भी राजनीतिक दल ने अब तक मतदाता सूची के प्रारंभिक मसौदे से नाम हटाने या नए नाम जोड़ने के संबंध में कोई औपचारिक अनुरोध नहीं किया है। चुनाव आयोग का कहना है कि मतदाता सूची को सटीक बनाने और भविष्य में चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक है।
आयोग ने स्पष्ट किया कि ईपीआईसी कार्ड की वापसी से मतदाता पहचान की जांच और सत्यापन प्रक्रिया में आसानी होगी। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि किसी भी मतदाता का नाम दोहराया न जाए और मतदान के समय किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
और पढ़ें: सुवेंदु अधिकारी का दावा – बंगाल में 1 करोड़ रोहिंग्या, बांग्लादेशी और फर्जी मतदाता, चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
बिहार में अगले चुनावों से पहले चुनाव आयोग मतदाता सूची को अंतिम रूप देने में जुटा है। इसके लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें नामांकन, नाम हटाने और विवरणों में सुधार की प्रक्रिया शामिल है।
विशेषज्ञों का मानना है कि तेजस्वी यादव से ईपीआईसी कार्ड वापस लेने का अनुरोध प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा है और इसका किसी राजनीतिक विवाद से सीधा संबंध नहीं है।
और पढ़ें: चुनाव आयोग पीएम मोदी का ‘कठपुतली’, संविधान खतरे में: मल्लिकार्जुन खड़गे