पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हरियाणा पुलिस द्वारा प्रवासी श्रमिकों के सत्यापन के लिए भेजे गए पत्र पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे संविधान के संघीय ढांचे और नागरिक अधिकारों के विरुद्ध करार दिया है।
ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि हरियाणा पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस को पत्र भेजकर उन लोगों का विवरण मांगा है, जो हरियाणा में काम कर रहे हैं। इस पत्र में यह उल्लेख है कि ये लोग "अवांछनीय गतिविधियों" में लिप्त हो सकते हैं, इसलिए उनका सत्यापन आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने इस पत्र को "अपमानजनक और असंवैधानिक" बताया और कहा कि किसी राज्य की पुलिस को दूसरे राज्य के नागरिकों को संदेह के आधार पर "आपराधिक रूप से संदिग्ध" घोषित करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, "यह पश्चिम बंगाल के श्रमिकों का अपमान है। वे मेहनत करके रोटी कमा रहे हैं, उन्हें अपराधी समझना शर्मनाक है।"
ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार इस मामले पर केंद्र सरकार से संपर्क करेगी और अगर जरूरत पड़ी तो कानूनी रास्ता भी अपनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस का यह कदम एक खतरनाक उदाहरण है, जिससे देश में श्रमिकों के प्रति पूर्वाग्रह बढ़ सकता है और उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।