मणिपुर डेमोक्रेटिक अलायंस (MDA), जो केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ जुड़ा 10 दलों का गठबंधन है, ने आश्वस्त किया है कि मणिपुर में अगस्त के पहले सप्ताह तक एक नई जनप्रिय सरकार का गठन किया जाएगा।
एमडीए ने राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि बढ़ाने की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें "बोगस" (झूठा और निराधार) बताया। एमडीए नेताओं ने कहा कि राज्य की जनता अब स्थायित्व और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की वापसी चाहती है और सभी दल इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रहे हैं।
गौरतलब है कि मणिपुर में लंबे समय से जातीय संघर्ष, हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया था। हालांकि, अब शांति और सामान्य स्थिति की ओर धीरे-धीरे बढ़ते माहौल को देखते हुए एमडीए का कहना है कि लोकतांत्रिक सरकार की पुनर्स्थापना ही जनता की मांग है।
एमडीए नेताओं ने यह भी संकेत दिया कि उन्होंने केंद्र से बातचीत की है और एक आम सहमति के तहत, राज्य में जल्द ही राजनीतिक गतिविधियां फिर से शुरू की जाएंगी और एक निर्वाचित सरकार सत्ता संभालेगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मणिपुर के भविष्य को लेकर संविधान के दायरे में रहते हुए ही निर्णय लिया जाएगा और किसी भी प्रकार का बाहरी दबाव स्वीकार नहीं किया जाएगा।