मध्य प्रदेश भाजपा में लंबे समय से चले आ रहे गुटीय संघर्ष को शांत करने के प्रयास में नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल सक्रिय रूप से नेताओं को एक मंच पर लाने की रणनीति अपना रहे हैं। इसी रणनीति के तहत उनकी पहली सागर यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही, जहां उनका मुख्य फोकस जिले के दो प्रभावशाली नेताओं—कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर—को एकजुट दिखाने पर था।
इन दोनों नेताओं के बीच वर्षों से जारी राजनीतिक खींचतान स्थानीय स्तर पर पार्टी की मोर्चेबंदी को प्रभावित करती रही है। इसलिए खंडेलवाल की यह पहल पार्टी में एकता का संदेश देने और आगामी चुनावी तैयारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
सार्वजनिक रूप से जारी एक तस्वीर में दोनों नेता एक वाहन की पिछली सीट पर साथ बैठे हुए और भीड़ की ओर हाथ हिलाते नजर आए। यह फोटो राजनीतिक रूप से यह दिखाने के उद्देश्य से सामने आई कि भाजपा में सब कुछ ठीक है और नए प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में गुटीय मतभेद कम हो रहे हैं।
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सागर दौरे के दौरान खंडेलवाल ने दोनों नेताओं के साथ कई कार्यक्रमों में भाग लिया, दोपहर भोज साझा किया और स्थानीय कार्यकर्ताओं से बातचीत कर पार्टी संगठन को मजबूत करने का संदेश दिया। वे लगातार इन दोनों प्रमुख नेताओं से व्यक्तिगत बातचीत और फोन कॉल्स के माध्यम से संपर्क बनाए हुए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि खंडेलवाल की चुनौती केवल पार्टी को एकजुट रखना ही नहीं, बल्कि गुटीय राजनीति को नियंत्रित कर राज्य भाजपा की मजबूत छवि बनाना भी है।
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